दिल दिमाग और जिस्त की जरा कारगुजारी तो देखिये
झूठ फरेब में सराबोर इस जमीर की खुमारी तो देखिये
चंद पैसे के खातिर बेचा जिसने अपना लख्त-ए-जिगर
एक बेबस और मजबूर माँ की जरा लाचारी तो देखिये
हंसी लबों पे और दिल में ले के रंजिश मिलता है मुझे
उस शख्श की ये खूबसूरत जरा अदाकारी तो देखिये
सच ही निकलता है सदा इस मुँह से, बुरी आदत है
मुझ नासमझ नादान की जरा दुनियादारी तो देखिये
तूने देखा तो बस आंसू ही देखा मेरे इन आँखों में
जो इस दिल में भड़की है जरा वो चिंगारी तो देखिये
एक मासूम को देखा है ढूंढ़ते, कूड़े में अपना निवाला
उस परवरदिगार की बेसबब जरा तरफदारी तो देखिये
Manish Tiwari
behatrin jajbat.....aur shabd sanrachna
ReplyDeletebahut hi pyare gazal
एक मासूम को देखा है ढूंढ़ते, कूड़े में अपना निवाला
उस परवरदिगार की बेसबब जरा तरफदारी तो देखिये
चंद पैसे के खातिर बेचा जिसने अपना लख्त-ए-जिगर
एक बेबस और मजबूर माँ की जरा लाचारी तो देखिये
हंसी लबों पे और दिल में ले के रंजिश मिलता है मुझे
उस शख्श की ये खूबसूरत जरा अदाकारी तो देखिये
best lines in the history of gazals realy
manish u r realy a grear fankar...
कुलदीप भाई जर्रनावाज़ी के लिए शुक्रिया,
ReplyDeleteपर आपने तो बहुत बहुत ही तारीफ़ कर दी
मैं इतने के लायक तो नही हूँ, हाँ कोशिश हमेशा अच्छा करने के होती है