Tuesday, April 28, 2009

बड़ा कठिन है समझना इसको जीवन जिसका नाम है
दुःख है जैसे दिन दुपहरी और सुख तो ठंडी शाम है

चल के रुकना रुक के चलना बस आगे बढ़ते जाना है
थक जाना जीवन समझो और मर जाना आराम है

क्या पाना है क्या खोना है किसको किसको याद रखे
खो जाए तो जहर समझ और मिल जाये तो जाम है

है कौन भला और कौन बुरा कैसे ये पहचान करें
जो लूट ले तुझको वो रावण है और देने वाला राम है

Manish Tiwari

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