Tuesday, April 28, 2009

मेरे आंसू तेरे पलकों से उठाया न गया
एक ये अहदे वफ़ा भी तुझसे निभाया न गया

देख ले एक अश्क का समुंदर मेरे आँखों में
एक आंसू का कतरा भी तुझसे बहाया न गया

है कोई दोष अगर मेरा तो बस इतना ही है
बात जो दिल में थी वो जुबाँ पे लाया न गया

ये इलाज है मेरे मर्ज का कि भूल जाऊं मै तुझे
पर इस दिले नादाँ से तुझे कभी भुलाया न गया

Manish Tiwari

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