हस्ती आंसू की फकत दिल की जुबानी सी है
ये मेरे दिल और तेरे दिल की कहानी सी है
जब तलक आँख में रखा है सम्हाले इसको
इसकी कीमत एक अनमोल निशानी सी है
फर्क है इसको समझने का और समझाने का
किसी को मोती तो किसी और को पानी सी है
कैफियत इसकी जो ढूंढोगे तो ये पाओगे
लख्त है जीस्त का पर असर रूहानी सी है
गर तू समझे तो बता दूँ मैं हकीकत इसकी
फिर न कहना कि ये चीज कुछ पहचानी सी है
Manish Tiwari
ये मेरे दिल और तेरे दिल की कहानी सी है
जब तलक आँख में रखा है सम्हाले इसको
इसकी कीमत एक अनमोल निशानी सी है
फर्क है इसको समझने का और समझाने का
किसी को मोती तो किसी और को पानी सी है
कैफियत इसकी जो ढूंढोगे तो ये पाओगे
लख्त है जीस्त का पर असर रूहानी सी है
गर तू समझे तो बता दूँ मैं हकीकत इसकी
फिर न कहना कि ये चीज कुछ पहचानी सी है
Manish Tiwari
उम्दा गज़ल है मनीष भाई, धन्यवाद.
ReplyDeletekhoobsurat gazal...
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..