बड़ा कठिन है समझना इसको जीवन जिसका नाम है
दुःख है जैसे दिन दुपहरी और सुख तो ठंडी शाम है
चल के रुकना रुक के चलना बस आगे बढ़ते जाना है
थक जाना जीवन समझो और मर जाना आराम है
क्या पाना है क्या खोना है किसको किसको याद रखे
खो जाए तो जहर समझ और मिल जाये तो जाम है
है कौन भला और कौन बुरा कैसे ये पहचान करें
जो लूट ले तुझको वो रावण है और देने वाला राम है
Manish Tiwari
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